जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर पासवान ने कार्यकाल खत्म से 24 घंटे पूर्व आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने त्याग पत्र में फर्जी भुगतान की शिकायत पर सीडीओ की ओर से की गई छापेमारी का हवाला दिया है।
बलिया : जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर पासवान ने कार्यकाल खत्म से 24 घंटे पूर्व आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने त्याग पत्र में फर्जी भुगतान की शिकायत पर सीडीओ की ओर से की गई छापेमारी का हवाला दिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष पासवान ने आज पत्रकार वार्ता में अपने इस्तीफे का ऐलान किया। उन्होंने सत्ताधारी भाजपा के प्रभावशाली नेताओं व जिले के मंत्रियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह सपा सरकार के समय इस पद पर निर्वाचित हुए। सूबे में जब से भाजपा की सरकार बनी, दलित होने के नाते जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में उन्हें हर वक्त प्रताड़ित किया गया। जिला पंचायत के मुख्य अधिकारी को संबोधित त्याग पत्र में जिपं अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार के एक मंत्री के दबाव में आकर सीडीओ द्वारा बार-बार अनावश्यक दबाव बनाकर विकास कार्यों को प्रभावित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके पूर्व भी तत्कालीन जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत द्वारा पद का दुरुपयोग करते हुए सत्ता के दबाव में मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया था। इस परिस्थिति में मानसिक पीड़ा के कारण स्वयं को असहज महसूस करते हुए स्वयं को पद की गरिमा के अनुरुप कार्य करने में असमर्थ महसूस करते हुए इस्तीफा दे रहा हूं। इस्तीफा की प्रतिलिपि उन्होंने मुख्यमंत्री से लगायत, पंचायती राज मंत्री, अपर मुख्य सचिव, आयुक्त आजमगढ़ मंडल, जिलाधिकारी, जिला पंचायती राज अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी और जिला पंचायत के सभी सदस्यों को भी प्रेषित किया है। जिला पंचायत अध्यक्ष के इस कदम को राजनैतिक प्रेक्षक सियासी घटनाक्रम के रूप में देख रहे हैं। सुधीर के पिता गोरख पासवान बिल्थरारोड सुरक्षित सीट से सपा के विधायक रहे हैं। कार्यकाल पूरा होने के 24 घंटे पहले इस इस्तीफे पर बहस शुरू हो गई है।