जिलाधिकारी ने महिला चिकित्सालय में पहुंच कर लिया जायजा। तीन अस्पतालों पर पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को लगा टीका। इसमें महिला अस्पताल में 77, सीएचसी सिकन्दरपुर पर 70 व सीएचसी रसड़ा पर 76 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया। इस तरह पहले दिन 223 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया।
बलिया : डीएम श्री शाही ने कहा कि हर सेंटर पर एक दिन में केवल 100 लोगों को ही टीका लगेगा। वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर प्राथमिकता वाले समूहों का चयन किया गया है। पहले समूह में स्वास्थ्य कर्मी, दूसरे समूह में फ्रंटलाइन वर्कर्स, राजस्व कर्मी, सफाई कर्मी शामिल है। तीसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति और 50 वर्ष से कम आयु के गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति शामिल हैं। इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. आनंद कुमार, डिप्टी सीएमओ डॉ जीपी चौधरी, डब्लूएचओ एसएमओ डॉ नकीब, मोहम्मद नसीम, डीपीएम आरबी यादव, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ सिद्धार्थ मणि दूबे, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के शैलेंद्र पांडेय, विजय शर्मा आदि थे।
अगली डोज 15 फरवरी को
पहले चरण में जिनको टीका लगा, उनको अगली डोज 15 फरवरी को दी जाएगी इसके लिए उनके मोबाइल पर मैसेज भी जाएगा। वहीं, जिनका नाम कोविड पोर्टल पर पंजीकृत था लेकिन वह टीकाकरण के समय पर नहीं आए। ऐसे लोगों की एक अलग सूची तैयार होगी। इन लोगों को टीकाकरण के लिए अलग से समय दिया जाएगा।
लाभार्थियों ने साझा किया अपना अनुभव
टीकाकरण के पुरुष वर्ग में पहले लाभार्थी महिला अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट मोहम्मद बदरे आलम ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि काला टीका मुझे लगना बहुत सौभाग्य की बात है। इससे कोरोना वायरस से बचने में मदद मिलेगी। वहीं महिला वर्ग की पहली लाभार्थी सीएमएस डॉ सुमीता सिन्हा ने बताया कि यह वैक्सीन बहुत जरूरी है। कोरोना वायरस को देश से भगाने के लिए मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।
मिल चुकी है 11930 डोज : सीएमओ
सीएमओ डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि कोल्ड चेन के मानकों को पूरा करते हुए 11,930 डोज जिले को प्राप्त हो चुकी हैं। भारत में विकसित कोरोना वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी है। पहले डोज के बाद दूसरा डोज 28वें दिन लगेगा। टीका लगने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र पर रुकना होगा। उन्होंने बताया कि उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया है। कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना वैक्सीन नहीं प्राप्त कर सकता है। फोटोयुक्त आईडी पंजीकरण और सत्यापन दोनों के लिए जरूरी है। कोरोना वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर लाभार्थी को उनके मोबाइल नंबर पर एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी भेजा जाएगा।