नई दिल्ली : लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पूरी दुनिया के साथ-साथ हिंदुस्तान भी कोरोना महामारी की चपेट में आने की वजह से आर्थिक बदहाली में फंस गया है, इसलिए जब बजट पेश होने की तारीख आई तो हमें भी उम्मीद थी कि असाधारण स्थिति में बजट में असाधारण दिशा सामने रख कर इससे निकलने की कोशिश होगी। कोई असाधारण कदम उठाया जाएगा, लेकिन मुझे हताश होना पड़ा। स्थिति तो असाधारण है लेकिन बजट बेहद साधारण है। ये साधारण बजट के साथ-साथ बहुत सारे बोझ हमारे ऊपर डाले गए हैं, जो नहीं डाले जाने चाहिए थे। सरकार आज जिस रास्ते पर जा रही है, वह सीधा निजीकरण की ओर ले जा रहा है।
बजट की खास बातें-किसको क्या मिला
संसद में देश का आम बजट पेश हो चुका है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश बजट में आम आयकरदाताओं को बजट 2021 में कोई राहत नहीं मिली है। केवल 75 साल से अधिक उम्र वालों को अब आयकर रिटर्न भरने की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं सरकार ने किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। शहरी, ग्रामीण स्वच्छता के लिए सरकार ने बजट में प्रावधान किए हैं। स्वच्छ हवा के लिए भी सरकार ने अपना पिटारा खोला है। सरकार ने रेलवे के लिए राष्ट्रीय रेल योजना 2030 तैयार करने का प्रावधान किया है। जल्द ही वॉलेंट्री स्क्रैप पॉलिसी को लॉन्च किया जाएगा। बीमा क्षेत्र में 74 फीसदी तक एफडीआई को मंजूरी दी गई है। वहीं प्रवासी मजदूरों के लिए एक पोर्टल बनाया जाएगा। जिसमें उन जुड़ी जानकारी होगी। कई सरकारी कंपनियों के विनिवेश का भी एलान किया गया। लेह में केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाया जाएगा और अनुसूचित जाति के 4 करोड़ विद्यार्थियों को 35 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे। बजट में इस साल राजकोषीय घाटा के 6.8 फीसदी तक रहने का अनुमान किया गया है। सरकार ने जहां सोने और चांदी से कस्टम ड्यूटी को घटाया है। वहीं मोबाइल और चार्जर को महंगा कर दिया है।
राहुल ने कहा-हाथ में कैश रखना तो भूल जाइए
केंद्र सरकार के बजट 2021 को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने निराशाजनक बताते हुए कहा कि इस बजट के जरिए मोदी सरकार देश की संपत्तियों को अपने मित्रों में बांटने जा रही है। राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा है कि लोगों के हाथ में कैश रखना तो भूल जाइए। मोदी सरकार देश की संपत्तियों को अपने पूंजीपति दोस्तों को हैंडओवर करने जा रही है। इससे पहले कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्रीय बजट 2021 में घोषित की गई स्क्रैप पॉलिसी पर चुटकी ली। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि यह भाजपा सरकार मुझे उस गैराज मैकेनिक की याद दिला रही है, जिसने अपने ग्राहक से कहा था, मैं तुम्हारे ब्रेक ठीक नहीं कर सकता था, इसलिए मैंने तुम्हारा हॉर्न तेज कर दिया है।
बोले अखिलेश-गरीबों को धोखा देने वाला है बजट
भाजपा सरकार स्वयं बता दे कि इस बजट में कृषि-किसान, गाँव-ग्रामीण, आम आदमी, नौकरीपेशा, महिलाओं, युवाओं, कारोबारियों के लिए क्या अच्छा है। बड़े-बड़े अर्थशास्त्री भी बजट में माइक्रोस्कोप लगाकर भी किसी के लिए भी ‘अच्छे दिन’ नहीं ढूंढ पा रहे हैं।
ये बजट नहीं मायूसी का दस्तावेज़ है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2021
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इस बजट ने गरीबों और किसानों को धोखा दिया है। बजट में किसानों को कुछ नहीं मिला है। उद्योग जगत को इस बजट से कोई लाभ होता दिखाई नहीं दे रहा है। बसपा अध्यक्ष मायावती ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश के करोड़ों गरीब, किसान और मेहनतकश जनता केंद्र और राज्य सरकारों के अनेकों प्रकार के लुभावने वादे, खोखले दावे और आश्वासनों आदि से काफी थक चुकी है तथा उनका जीवन लगातार त्रस्त है। सरकार अपने वादों को जमीनी हकीकत में लागू करे तो यह बेहतर होगा।
आप के संजय सिंह ने कहा देश बेचने वाला है यह बजट
"मोदी जी का नारा"
पहले – "मैं देश नही बिकने दूंगा"
अब – "मैं देश नही बचने दूंगा"#Budget2021 pic.twitter.com/GSm2V6MtOQ— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 1, 2021
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आज मोदी जी ने बजट पर नया नारा बनाया। ये देश नहीं बचने दूंगा, ये देश नहीं बचने दूंगा। आख़िर ये देश किसका है। 130 करोड़ लोगों का या मोदी जी के चार पूंजीपति मित्रों का। सपूत संपत्ति बनाता है, कपूत संपत्ति बेचता है। आज का बजट देश को बेचने का बजट है।
राजद के तजस्वी क्या बाेले
यह देश बेचने वाला बजट है।यह बजट नहीं सरकारी प्रतिष्ठानों व संपत्तियों को बेचने की सेल थी।रेल,रेलवे स्टेशन,एयरपोर्ट,लाल किला, BSNL,LIC बेचने के बाद यह बजट नहीं बल्कि अब बैंक,बंदरगाह,बिजली लाइनें,राष्ट्रीय सड़के, स्टेडियम,तेल की पाइप लाइन से लेकर वेयरहाउस बेचने का भाजपाई निश्चय है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2021
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने केंद्रीय बजट पर कहा है कि यह देश बेचने वाला बजट है। यह बजट नहीं सरकारी प्रतिष्ठानों और संपत्तियों को बेचने की सेल थी। रेल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, लाल किला, BSNL, LIC बेचने के बाद यह बजट नहीं बल्कि अब बैंक, बंदरगाह, बिजली लाइनें, राष्ट्रीय सड़कें, स्टेडियम, तेल की पाइप लाइन से लेकर वेयरहाउस बेचने का भाजपाई निश्चय है।