जिपं अध्यक्ष की सीट हुई ओबीसी, कई दिग्गज मायूस। जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट दस साल बाद एक बार फिर अन्य पिछड़ा वर्ग के खाते में गई।
बलिया : जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट दस साल बाद एक बार फिर अन्य पिछड़ा वर्ग के कोटे में चली गई है। 2005 से 2010 के बीच अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षित इस पद पर राजमंगल यादव अध्यक्ष पद पर थे। इसके बाद 2010 व 2015 में क्रमश: रामधीर सिंह व सुधीर पासवान इस कुर्सी पर काबिज थे। शुक्रवार को आरक्षण की स्थिति स्पष्ट होते ही कुछ लोगों में उदासी तो कुछ लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। सामान्य वर्ग के उम्मीदवार जो तैयारी में लगे थे उनको इस बार निराशा हाथ लगी है। वहीं, अन्य पिछड़ा वर्ग के तमाम उम्मीदवार की निगाह इस कुर्सी पर अब पड़ गई है। हालांकि, फिलहाल कोई खास नाम तो सामने नहीं आ रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि बहुत जल्द ही जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में अपनी दावेदारी ठोकने वाले पूरी दमदारी के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे। उम्मीद थी कि इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के कोटे में जाएगा। वजह कि अब तक ओबीसी महिला कभी नहीं हुआ था, लेकिन शुक्रवार को इन सभी उम्मीदों पर विराम लग गया।