बैरिया तहसील क्षेत्र में विद्युत तार से दो बार हादसा हुआ। जयप्रकाशनगर के पांच युवकों की अब तक मौत हुई। जयप्रकाशनगर की निवर्तमान प्रधान रूबी सिंह ने कई बार मुख्यमंत्री को पत्र दिया लेकिन विभाग ने ध्यान नहीं दिया। विद्युत विभाग ने शासन स्तर पर गलत रिपोर्ट दी है। शोभाछपरा गांव के लोग बोले..विद्युत विभाग जांच के नाम पर गुमराह कर रहा है। विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी विभाग को बताया दोषी, निष्पक्ष जांच की मांग।
बलिया : जनपद के बैरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत दलजीत टोला के तीन युवकों की 24 फरवरी को हाईटेंशन तार से हुई मौत के बाद भी विद्युत विभाग सचेत नहीं हुआ है। मृतकों के गांव सहित शोभा छपरा आदि इलाके में कहीं भी सुधार के उपाय नहीं किए जा रहे हैंं। विभाग के व्यवहार से खफा गांव के लोग अब विद्युत विभाग पर सामूहिकतहरीर देकर मुकदमा करने की तैयारी में जुट गए हैं। गौरतलब है कि 24 फरवरी को दलजीत टोला के निवासी अनुज कुमार सिंह-23, पुत्र-सुनील सिंह, सूर्यप्रकाश सिंह उर्फ छोटू-19, पुत्र मिथिलेश सिंह उर्फ भूटेली, सोनू गुप्ता-20 पुत्र महेंद्र साह एक ही बाइक से बैरिया की ओर से अपने गांव जा रहे थे, तभी शोभाछपरा में उनके ऊपर हाईटेंशन तार गिर गया ओर वहीं पर उनकी मौत हो गई। घटना से केवल दलजीत टोला ही नहीं कई गांवों के लोग मर्माहत हैं। मृतकों के गांव में पहुंच रहे अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से भी लोग जर्जर लटके हाईटेंशन तार की शिकायत कर रहे हैं, इसके बावजूद विभाग सोए हाल में है। केवल बैरिया विधान सभा ही नहीं जनपद में असंख्य सर्वजनिक स्थानों पर विद्युत विभाग की लापरवाही से सिर के ऊपर खतरा मंडराते रहता है। इसके बाद भी विभाग को कोई चिंता नहीं है।
बोले विधायक-तीन युवकों की मौत मामले में विद्युत विभाग दोषी
शोभाछपरा में दलजीत टोला के तीन युवकों की हुई मौत के बाद विद्युत विभाग के प्रति केवल जनता ही नहीं, जनप्रतिनिधि भी आक्रोशित हैं। भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने विभाग के अधिकारियों को दोषी माना है। उन्होंने कहा कि राह चलते युवकों पर तार का टूटकर गिरना विभागीय भ्रष्टाचार का परिणाम है। शोभाछपरा गांव के लोग लंबे समय से तार बदलने की मांग कर रहे थे लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। वह रविवार को अपने निवास पर पत्रकारों से मुखतिब थे। उन्होंने कहा कि एसडीएम बैरिया से कहूंगा कि घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषी बिजली कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बिजली विभाग की जांच पर शोभाछपरा के लोगों ने की आपत्ति
तहसील क्षेत्र के शोभाछपरा में हाईटेंशन तार से दलजीत टोला के तीन युवकों की हुई मौत के बाद विद्युत विभाग जांच का दावा कर रहा है लेकिन गांव के लोगों ने बताया कि मौके पर कोई भी विद्युत विभाग की टीम नहीं पहुंची है। दूर से विद्युत विभाग के अधिकारी घटना की लीपापोती में जुटे हैं। घटना के साक्षी शोभाछपरा और दलजीत टोला के लोग हैं। उनसे बिना मुलाकात किए विद्युत विभाग कैसे अपनी रिपोर्ट लगा सकता है। शोभा छपरा निवासी राजेश कुमार सिंह, मदन सिंह, विजय सिंह व जयराम सिंह आदि ने बताया कि दुर्घटना के बाद से मौके पर हाईटेंशन तार सड़क पर गिरा हुआ है। निदेशालय से पहुंची विद्युत विभाग की टीम भी केवल ठेकहा उपकेंद्र पर गई है। गांव के लोगों ने घटना की जांच निष्पक्ष कराने की मांग की है। ऐसा नहीं हाेने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
भवन टोला की घटना से भी नहीं ली सबक
विद्युत विभाग की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2019 में 13 फरवरी को जयप्रकाशनगर क्षेत्र के भवन टोला में भी सरस्वती पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान हाईटेंशन तार का स्पर्श ट्रैक्टर ट्राली से हो गया था जिसके चपेट में आने से मयंकनाथ सिंह उर्फ मुनमुन सिंह (18)पुत्र धनन्जय सिंह व छोटू सिंह (18)पुत्र सिंधु सिंह की मौत हो गई थी। छह युवक घायल भी हुए थे। इस घटना के बाद विद्युत विभाग ने गांव के लोगों को आश्वस्त किया था कि सर्वत्र तार ठीक कर दिए जाएंगे लेकिन कुछ भी नहीं किया।
पुराने शिकायती पत्र खोल रहे पोल
एक ही इलाके में विद्युत तार से दोबारा हुई घटना के बाद गांव की निवर्तमान प्रधान रूबी सिंह ने मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रेषित उन सभी पुराने शिकायती पत्रों को खोज निकाला हैं जिसमें विद्युत विभाग के झूठ और भ्रष्टाचार की पोल खुलने लगी है।
सीएम से की गई थी यह शिकायत
कोड़रहा नौबरार जयप्रकाशनगर की प्रधान रूबी सिंह की ओर से मुख्यमंत्री को 11 अगस्त 2017 को पत्र देकर पूरे इलाके के जर्जर हाईटेंशन तार को बदलने की मांग की गई थी। संज्ञान नहीं लेने के बाद 24 जनवरी 2018 को पुन: रिमाइंडर भेजा था। इसे संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के कंप्यूटर संदर्भ संख्या 15193170239623 की ओर से पूर्वांचल विद्युत वितरण खंड के प्रबंध निदेशक को सात दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी गई थी।
विद्युत विभाग ने दिया यह जवाब
मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश के बाद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड आजमगढ़ की ओर से 25 जुलाई 2018 को मुख्यमंत्री कार्यालय को यह रिपोर्ट भेजी गई कि जयप्रकाशनगर क्षेत्र तक का विद्युतीकरण दीन दयाल उपध्याय ग्रामीण ज्योति योजना के तहत कराया जा रहा है।धरातल की स्थितिविभाग ने अपनी रिपोर्ट में भले ही सुबकुछ ठीक कर दिया लेकिन इस क्षेत्र में धरातल की स्थिति यह है कि इस तरह की हृदय विदारक घटना कभी भी, कहीं भी हो सकती है। शोभाछपरा की घटना में मृत अनुज पुत्र सुनील सिंह के घर से लेकर सूर्यप्रकाश, छोटू पुत्र मिथिलेश सिंह भूटेली के घर तक अभी भी लटके हाल में हाईटेंशन तार हैं। गांव में कहीं भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। घटना के बाद दलजीत टोला गांव के लोग गांव में पहुंचने वाले अधिकारियों को इस हालात से अवगत करा रहे हैं लेकिन अधिकारी या रहनुमा सदैव की तरह फिर झूठा आश्वासन देकर निकल जा रहे हैं।
अब पूरे गांव की ओर से देंगे तहरीर
जयप्रकाशनगर निवासी समाजसेवी सूर्यभान सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से भी जवाब मांगा गया लेकिन विभाग के अधिकारी जर्जर तार को बदलने के बजाय झूठी रिपोर्ट भेज कर शासन को भी गुमराह करते रहे हैं। तीन युवकों की मौत के बाद विद्युत विभाग के चार अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके बाद भी विभाग की लापरवाही कम होते नहीं दिख रही है। अब तमाम साक्ष्यों के साथ हस्ताक्षर अभियान चलाकर विद्युत विभाग पर गांव की ओर से सामूहिक तहरीर देकर वभिाग के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। विभाग के अधिकारियों के झ़ूठ और भ्रष्टाचार की पोल अब खुल चुकी है।