बलिया : बलिया के बैरिया में जर्जर तार टूटने से हुई तीन मौतों की घटना से पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने सबक लिया है। बलिया समेत 21 जिलों के जर्जर तार और पोल बदलने के प्रस्ताव पर मुहर लगी है। एशियन डेवलपमेंट बैंक ने निगम को 641 करोड़ रुपये देने की सहमति जताई है। काम शुरू हो चुका है। देश की छह बड़ी कंपनियों को प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। वे जिलों में सर्वे शुरू कर चुकी हैं। एक हजार की आबादी वाले 15,334 गांवों के जर्जर तार व पोल बदलने की स्वीकृति मिल चुकी है। 18 माह में परियोजना पूर्ण करने का लक्ष्य तय कर दिया गया है। जोन वाइज आवंटित हुआ सर्वे का कार्य शुरू होना है। प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर व बस्ती बलिया में 47 करोड़ खर्च होंगे।
सुधरेगा 910 गांवों का नेटवर्क
बलिया में करीब 47 करोड़ रुपये खर्च होंगे, इससे 910 गांवों में गुजरी जर्जर लाइनें दुरुस्त होंगी। निगम के अधिशासी अभियंता एसके सोनौरिया ने बताया कि सर्वे पर काम तेजी से चल रहा है। उम्मीद है कि 2020 तक कार्य जनता को धरातल पर दिखना शुरू हो जाएगा।
ओटीएस से हल्का करेंगे बकाये का बोझ
एमडी डा. सरोज कुमार ने बताया कि वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लागू कर दी गई है। इससे परिक्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं पर 5651 करोड़ जबकि शहरी क्षेत्र में 1301 करोड़ की बकायेदारी है। एक मार्च से लागू इस स्कीम से ब्याज राशि माफ करते हुए पूरा बकाया वसूली का अभियान शुरू कर दिया गया है।
बोले अधिकारी
कार्ययोजना स्वीकृत हो चुकी है। अब बलिया समेत प्रभावित जिलों से सर्वे रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है। छह जोन वाइज रिपोर्ट बन रही है।
डा. सरोज कुमार
प्रबंध निदेशक, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड