प्रसव पीड़ा से तड़पती रेप पीड़िता को विधायक ने भेजवाया जिला अस्पताल। स्वास्थ्य मंत्री के हस्तक्षेप के बाद चिकित्सकों ने आपरेशन से कराया प्रसव। जुलाई 2020 में पिता व पुत्र ने किया था दुष्कर्म। दोनों आरोपित है जेल में। अब न्यायालय से किशोरी को न्याय की उम्मीद।
बलिया : जुलाई 2020 में दोकटी थाना क्षेत्र के एक गांव में 15 वर्षीय किशोरी के साथ पिता-पुत्र द्वारा दुष्कर्म किए जाने के बाद वह गर्भवती हो गई थी। पुलिस ने दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोपित अभी भी जेल में ही है। वह किशोरी बुधवार को अचानक प्रसव वेदना से तड़पने लगी। इसकी जानकारी किसी ने विधायक सुरेंद्र सिंह को दी। जिसके बाद विधायक ने एंबुलेंस से कुछ आर्थिक सहयोग देकर पीड़िता को जिला अस्पताल भेजवाया। अस्पताल में चिकित्सक किशोरी का आपरेशन करने से डर रहे थे। किशोरी की स्थिति ठीक नहीं थी लेकिन विधायक की पहल पर स्वास्थ्य मंत्री डा. सिद्धार्थनाथ सिंह ने चिकित्सकों को निर्देश दिया कि वे किसी भी तरह से जच्चा-बच्चा को बचाएं। जिसके बाद चिकित्सकाें के सफल आपरेशन से जच्चा व बच्चा दोनों की जान बची। विधायक ने कहा कि पीड़ित किशोरी के साथ हर हाल में न्याय होगा। मानवता को शर्मशार करने वाले भले ही जेल में हैं लेकन न्यायालय से किशोरी को उचित न्याय मिलेगा।
अब आगे समाज से लड़ने की चुनौती
दुष्कर्म की घटना के बाद मां बनी किशोरी और उसके परिवार के लोगों के सामने अब समाज से लड़ने की चुनौती है। घटना के बाद से ही गांव में यह परिवार अलग-थलग पड़ गया है। कोई भी इस परिवार के मदद में खडा़ नहीं होना चाहता। ऐसी स्थिति में किशाेरी के परिजन अब सरकार की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं।