विहिप के जिलाध्यक्ष मंगलदेव चौबे के नेतृत्व में कार्यकर्ता महावीर घाट स्थित संगम तट पहुंचे और नदी के बीचोंबीच से कलश में गंगाजल भरा। इसके बाद भृगु मंदिर पहुंच मिट्टी लिये। इसके पश्चात गंगाजल तथा यहां की मिट्टी की विविध पूजन पाठ कर अयोध्या के लिए रवाना हुए।
बलिया डेस्क : अयोध्या में पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का शिलान्यास होगा। इस भूमि पूजन में महर्षि दर्दर मुनि व भृगु बाबा के पावन धरती की मिट्टी व गंगा तमसा संगम का जल भी शामिल होगा। गुरुवार को विश्व हिदू परिषद के सदस्य संगम का जल व महर्षि भृगु मंदिर की मिट्टी लेकर अयोध्या रवाना हुए। इस दौरान रामभक्तों व कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह रहा।
विहिप के जिलाध्यक्ष मंगलदेव चौबे के नेतृत्व में कार्यकर्ता महावीर घाट स्थित संगम तट पहुंचे और नदी के बीचोंबीच से कलश में गंगाजल भरा। इसके बाद भृगु मंदिर पहुंच मिट्टी लिये। इसके पश्चात गंगाजल तथा यहां की मिट्टी की विविध पूजन पाठ कर अयोध्या के लिए रवाना हुए। इस दौरान जय श्रीराम के गगन भेदी नारों से पूरा क्षेत्र गूंजायमान हो गया। जिलाध्यक्ष मंगलदेव चौबे ने कहा कि श्रीराम रामजन्म भूमि के ट्रस्ट महामंत्री चंपत राय के आदेश पर ऋषि महर्षियों व बलिदानों की भूमि की मिट्टी व जल श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में शामिल करने के लिए मांगा गया था। यह जनपदवासियों के लिए गर्व की बात है। कहा कि प्रभु श्रीराम का मंदिर बनाने के लिए कई राम भक्तों ने अपना बलिदान दिया है। आज वह सपना पूरा होने जा रहा है। अयोध्या जाने वालों में डॉ.चंद्रशेखर पाण्डेय, जयशंकर राय बंटी शामिल थे।