जेपी के गांव जाने वाला मार्ग हो सकता बाधित, बांध के घेेरे में है लाखों की आबादी। करोड़ों खर्च के बाद भी टी-स्पर कटा, माैके पर पहुंचे बाढ़ विभाग के अधिकारी। बाढ़ विभाग और ठेकेदारों ने किया धन का बंदरबांट, नहीं कराया मजबूत कार्य। टी-स्पर कटने की सूचना पर दोपहर में जिलाधिकारी एचपी शाही भी पहुंचे और स्थलीय निरीक्षण कर बचाव संबंधी जरूरी निर्देश दिए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने कटानरोधी कार्याें में मानक की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जांच की मांग की।
बलिया डेस्क : आखिरकार वही हुआ जिसका सभी को डर था। जेपी के गांव सिताबदियारा जाने वाले बीएसटी बांध की सुरक्षा के लिए सरयू नदी के कटान स्थल पर बनाया गया टी-स्पर रविवार को कटान में गिरने लगा। सुबह में जब स्थानीय लोगों ने देखा तो शोर मचाना शुरू किया। कई लोगों ने मौके से ही बाढ़ विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को फोन किया, लेकिन तत्काल कोई नहीं पहुंचा। इसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। तटवर्ती लोगों का कहना था कि टी-स्पर की मरम्मत में इस साल भी 6 करोड़ 71 लाख का बजट था, इसके बावजूद मानक के अनुसार बचाव कार्य नहीं हुआ।
दिन के 11 बजे तक इस स्पर का 70 फीसद हिस्सा कट चुका था। देर से पहुंचे विभाग के लोगों ने मौके पर बोल्डर डालना शुरू किया है, लेकिन सरयू नदी का बहाव तेज होने से बचाव कार्य टिक नहीं पा रहे हैं। टी-स्पर कटने की सूचना पर दोपहर में जिलाधिकारी एचपी शाही भी पहुंचे और स्थलीय निरीक्षण कर बचाव संबंधी जरूरी निर्देश दिए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने कटानरोधी कार्याें में मानक की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जांच की मांग की।
निर्माण से ज्यादा मरम्मत को मिला था धन
सरयू नदी के किनारे इस टी-स्पर की मरम्मत के लिए निर्माण से भी ज्यादा रकम शासन से आवंटित किया था। निर्माण के समय इसका बजट लगभग 6 करोड़ 37 लाख था। वहीं इस साल भी मरम्मत के लिए 6 करोड़ 71 लाख का बजट दिया गया है। बाढ़ विभाग के अधिकारियों की देखरेख में मरम्मत कार्य हुआ, इसके बावजूद भी टी-स्पर का कट जाना पूरी तरह विभागीय भ्रष्टाचार संकेत है।
बीएसटी बांध से अब 30 मीटर दूर कटान
स्थानीय क्षेत्र के प्रधान बच्चा यादव ने बताया कि अब सरयू नदी का कटान बीएसटी बांध से मात्र 30 मीटर दूर है। यदि बीएसटी बांध कटता है तो जेपी के गांव सहित द्वाबा की लाखों की आबादी पर तबाही से गुजरने लगेगी। यहां जब मरम्मत कार्य हो रहा था तब भी विरोध किया गया, लेकिन ठेकेदार और विभागीय अधिकारी अपने मन से मनमाना कार्य कराते रहे। उसी का नतीजा है कि अब लाखों की आबादी पर संकट दिखने लगा हैं।
भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल रहे जनप्रतिनिधि
बैरिया विधान सभा में कटान के मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रहे कांग्रेस नेता विनोद सिंह ने कहा कि कटानरोधी कार्यों में पूरे बैरिया विधान सभा में कहीं भी बेहतर कार्य नहीं कराया गया है। इस बात की शिकायत करने का भी कोई मतलब नहीं रहा। स्वयं जनप्रतिनिधि ही बाढ़ विभाग के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने का काम कर रहे हैं। विभाग के गलत कार्याें को सही बता रहे हैं। बीएसटी बांध का टी-स्पर तो अभी सिर्फ बानगी है, दूबे छपरा, नौरंगा, गंगापुर, सिताबदियारा सर्वत्र लोगों की जान से खेल रहे बाढ़ विभाग के अधिकारी।
बोले अधिशासी अभियंता-चल रहा बचाव कार्य
इससंबंध में बाढ़ विभाग के अधिशासी अभियंता संजय मिश्र ने कहा कि बीएसटी बांध की सुरक्षा के लिए बने टी-स्पर के बगल से नदी का कटान होने लगा है। मौके पर बचाव कार्य चल रहा है। उम्मीद है को स्थिति को नियंतण में कर लिया जाएगा।