बलिया डेस्क : रामगढ़ में 100 साल पहले एक हलवाई ने बनाई थी यह रसदार टीकरी, अब दर्जन भर दुकानों पर बनती है यह मिठाई, दूर-दूर तक होती सप्लाई। जी हां देश के हर जिलों की अपनी एक प्रसिद्ध मिठाई होती हैं। उसका नाम भी दूर-दूर तक होता हैं। उसी तरह बलिया के रामगढ़ की टीकरी भी अब देश से बाहर भी जाने लगी है। अपने स्वाद के लिए लाजवाब यह टीकरी देख कर ही मीठा खाने वालों के मुंह में पानी आ जाता हैं। काला जामुन मिठाई की तरह दिखने वाली यह रसदार टिकरी इसलिए सभी की पसंद बन गई कि इसे तैयार करने के तरीके भी अलग हैं। आमतौर तौर पर बनने वाली टीकरी केवल मैदा से तैयार हो जाती है, लकिन रामगढ़ में ऐसा नहीं है। रामगढ़ की टीकरी को तैयार करने लिए खोआ, छेना, घी और चीनी आदि सामग्री की जरूरत पड़ती है। क्वालिटी के हिसाब से यहां प्रति किग्रा 150 से 250 रुपये तक के रेट में टीकरी बिकती है। भारतीय लोग विशेष कर बलिया वासी जो अपन देश से बाहर रहते हैं वे शौक से अपने यहां की इस रसदार टीकरी को विदेशों तक अपने मित्रों के लिए ले जाते हैं।
1920 में एक हलावाई तैयार की यह मिठाई
वर्ष 1920 में जब सभी मिठाई दुकानदार सामान्य रुप में बनने वाली टीकरी तैयार करते थे, तभी रामगढ़ गांव के निवासी वंशरोपन साह ने कुछ अलग प्रयोग किया और तैयार कर रसदार टीकरी। तब के समय में उन्होंने यह सोचा भी नहीं होगा कि उनका यह प्रयोग इस मिठाई के बदौलत इस स्थान का नाम भी रोशन कर देगा। इसके बाद तो रामगढ़ के लगभग दुकानदार इस मिठाई को तैयार करने लगे। अब रामगढ़ की पहचान भी इस मिठाई से ही है। यहां से कोई भी अपनी रिश्तेदारी में जाता है तो वह रामगढ़ की टीकरी को जरूर लेकर जाता है। बलिया आने वाले बाहरी अधिकारी भी इस स्थान के टीकरी के दिवाने हैं। वे भी जब अवकाश में अपने घर जाते हैं तो यहां की टीकरी को लेकर घर जाते हैं।
अब छठवीं पीढ़ी बना रही यह टीकरी
रसदार टीकरी के निर्माणकर्ता वंशरोपन साह के निधन को बहुत दिन हो गए लेकिन उनके घर के लोग अभी भी इस मिठाई को बनाना नहीं छोड़े। अब उनकी छठवीं पीढ़ी के भगवान प्रसाद गुप्ता इस व्यवसाय में लगे हुए हैं।
अब कम होता है मुनाफा : दुकानदार
रामगढ़ के दुकानदार भगवान प्रसाद गुप्ता बताते हैं कि अब सामान महंगा हो जाने के कारण कम मुनाफा होता है। आज से 20-25 साल पहले इसमें बहुत कमाई होती थी। हलांकि इस कारोबार ने हमे बहुत कुछ दिया है। पूरे परिवार की देखभाल इसी दुकान से हुई है। हम यह कारोबार कभी बंद नहीं करेंगे।