मंडलायुक्त ने सर्वे से सम्बन्धित पोर्टल अपडेट करने में लापरवाही पर कार्रवाई। सैम्पलिंग व डोर-टू-डोर सर्वे के कार्य पर भी जताई नाराजगी।
बलिया डेस्क : कोविड-19 के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर से प्रयास जारी है। मण्डलायुत विजय विश्वास पंत ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में इसकी समीक्षा की। सर्वे से सम्बन्धित पोर्टल अपडेट नहीं रहने पर जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) पुष्पेंद्र शाक्य की संविदा समाप्त कराने का निर्देश सीएमओ को दिया। उन्होंने कहा कि अभी भी सैम्पलिंग जिस तेजी से होनी चाहिए, वह नहीं हो रही है। इसमें सुधार लाने के लिए सीएमओ डाॅ जितेंद्र पाल को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। कहा, कांटेक्ट ट्रेसिंग व सर्विलांस कार्य में और सुधार की जरूरत है। डोर-टू-डोर सर्वे का कार्य सही ढ़ंग से नहीं होने पर भी नाराजगी जताई। इसके नोडल अधिकारी बीएसए व जिला कार्यक्रम अधिकारी को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रतिदिन समीक्षा कर इसमें सुधार लाएं। पोर्टल पर सर्वें की सूचना अपडेट नहीं रहने का कारण पूछा तो इसके जिम्मेदार अफसर एनएचएम के डीसीपीएम स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाए। इस पर कड़ी नाराजगी जताई और सीएमओ को निर्देश दिया कि इनकी संविदा समाप्त कराने की कार्रवाई करें।
सैम्पलिंग की समीक्षा में उन्होंने 17 से 23 अगस्त तक का औसत निकालकर देखा तो पाया कि औसतन 627 सैम्पलिंग करायी गयी है, जो कम है। इस पर नाराजगी जताते हुए बढ़ाने का सख्त निर्देश दिया। बैठक में बताया गया कि 01 अगस्त से 26 अगस्त 2020 तक 1810 केस के सापेक्ष 8279 व्यक्तियों की कान्टैक्ट ट्रेसिंग हुई है। इस संख्या को भी कम बताते हुए बढ़ाने का निर्देश सीएमओ को दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि रोजाना मिलने वाले पाॅजिटिव केस की प्रतिदिन समीक्षा हो। यह भी देखा जाए कि उनके कितने कान्टैक्ट ट्रेस हुए, कितने की सैम्पलिंग हुई। समीक्षा में पाया गया कि शहरी क्षेत्र के अलावा विकास खंड हनुमानगंज, नवानगर, गड़वार व सीयर में ज्यादा केस मिल रहे है। यहां पूरी बारीकी से डोर-टू-डोर सर्वे एक सप्ताह के अन्दर कराने और संदिग्ध केस की सैम्पलिंग कराने का निर्देश दिया। जिला चिकित्सालय में आरटीपीसीआर लैब के बारे में पूछताछ की तो सीएमएस ने बताया कि 14 सितम्बर तक लैब का काम पूरा हो जाएगा।