पुलिस की एकपक्षीय कार्रवाई ने दिया ऐसी घटना को जन्म। काफी देर तक चलते रहे ईट-पत्थर। तोड़ दी गाड़ियां; अधिकारी समेत 6 पुलिसवाले हुए घायल। अब शुरू हुआ बवाल पर मंथन।
Ballia News Desk : बलिया के रसड़ा कस्बे के धोबही मुहल्ले में चाचा-भतीजा के बीच जमीन को लेकर चल रहा विवाद ने गुरुवार को बड़े बवाल की वजह बन गया। पुलिस की एकपक्षीय कार्रवाई के चलते भीड़ बेकाबू होकर हमला बोल दी। एकपक्षीय कार्रवाई से खफा सैकड़ों लोग बलिया-रसड़ा-मऊ मार्ग के कोटवारी मोड़ पर प्रदर्शन कर रहे थे। लोग सड़क जाम कर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सूचना पाकर सीओ रसड़ा फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। थोड़ी देर बाद एएसपी संजय कुमार भी पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सड़क खाली कराने के लिए बातचीत के दौरान पुलिस ने अचानक लाठी चार्ज कर दिया। इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए। पुलिस पर पथराव करने लगे। लाठी-डंडे और ईट-पत्थर चलते ही भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। पथराव में एएसपी संजय कुमार समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गये। दर्जनों ग्रामीण भी जख्मी हो गए। नाराज लोगों ने पुलिस चौकी पर हमला कर टीनशेड और वहां खड़ी बाइकों को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना के बाद कई थानों की फोर्स व पीएसी तैनात कर दी गई है। पथराव में एएसपी संजय कुमार समेत नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए। मामले की जानकारी के बाद जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही व पुलिस अधीक्षक देवेंद्रनाथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने मामले की जानकारी ली और सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। एसपी ने कहा कि मामले में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।
लाठी चार्ज व पथराव में ये हुए घायल
घायलों में एएसपी संजय कुमार, कांस्टेबल संदीप कुमार यादव, रंजीत कुमार, सीओ केपी सिंह , सिटी इंचार्ज प्रमोद कुमार सिंह, एसआई राज कपूर सिंह , सिपाही श्रवण यादव , होमगार्ड राज कुमार मिश्रा , रामनरायण घायल हो गए। इसके अलावा समाचार संकलन करने गये पत्रकार पिंटू सिंह, शकील अहमद, सुमित गुप्ता को भी चोटें आईं। नगर के धोबही निवासी पवित्रा देवी भी घायल हो गईं।
यह है पूरा मामला
घायल पन्ना राजभर के चाचा देऊ एवं चाची दुलारी देवी हैं। उन्होंने संतान न होने के कारण 20 वर्ष पूर्व पन्ना राजभर को गोद लिया था। गोद लेने के कारण चाचा-चाची की संपति पर पन्ना राजभर का अधिकार बनता, लेकिन कुछ साल बाद ही चाचा-चाची पन्ना राजभर को गोद लेने से इंकार करने लगे। कई कागजों पर पन्ना राजभर के पिता का नाम हटवा दिया गया था। केवल आधार कार्ड पर ही नाम रह गया था। चाचा-चाची अब अपनी संपति बेटी व दामाद को देना चाहते थे। चाचा-चाची की शिकायत पर पुलिस गुरुवार की शाम पन्ना राजभर को घर से उठाकर चौकी लाई। उधर, पन्ना की मां राधिका देवी ने आरोप लगाया की पुलिस ने 26 हजार रुपये लेकर बेटे की पिटाई की है। उन्होंने बताया की बाद में पुलिस ने चार हजार रुपया इलाज के लिए दिया।